Chanakya Niti : शादीशुदा रिश्ते को बचाना है तो पति-पत्नी को नहीं करने चाहिए ये 3 काम, वरना हंसता-खेलता घर हो सकता है बर्बाद
पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही नाजुक होता है। इस रिश्ते की डोर को बहुत संभालकर रखना पड़ता है। पति-पत्नी अच्छे-बुरे समय में एक-दूसरे का साथ देते हैं। अगर रिश्तों को अच्छे से निभाया जाए तो मुसीबत के वक्त इंसान कभी खुद को अकेला नहीं पाता।आजकल के रिश्तों को देखते हुए छोटी-छोटी बातें भी कभी-कभी बड़ी बन जाती हैं। चाणक्य ने अपनी नीतियों में 3 ऐसी बातों का जिक्र किया है जो पति-पत्नी के रिश्ते में परेशानियां पैदा करती हैं। आइये जानें कि किन कारणों से एक मजबूत रिश्ता भी टूट जाता है।
- जब रिश्तों में प्रतिस्पर्धा या हीन भावना होती है तो जीत भी होती है और रिश्ते की हार भी होती है। कई बार पति-पत्नी एक-दूसरे को चोट पहुंचाने के लिए जुबानी जंग का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन जब मामला बर्दाश्त हो जाता है तो बाद में उन्हें बेहद पछतावा होता है। इसलिए बात करते समय हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि आप अपने जीवनसाथी को नाराज न करें।
- चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी का रिश्ता बहुत नाजुक होता है। अगर दोनों के बीच किसी भी तरह की गलतफहमी हो जाए तो ये कच्ची डोर टूट जाती है. अगर किसी बात को लेकर कोई गलतफहमी है तो उन्हें बैठकर बात करनी चाहिए।’ क्योंकि गलतफहमी का कोई इलाज नहीं है. गलतफहमियों के कारण बने रिश्ते खराब हो जाते हैं।
- चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति अपने मन को संतुलित करना नहीं जानता वह जिद्दी होता है और केवल अपनी ही बात मानता है। यह सोच कि सिर्फ आप ही सही हैं, इंसान को कहीं का नहीं छोड़ती। जिद्दी रिश्ते हमेशा बुरे होते हैं। जिद रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। गलत बातों पर जोर देने से पति-पत्नी के बीच कड़वाहट पैदा होने लगती है। और इसी वजह से कई बार लोगों के रिश्ते भी टूट जाते हैं ।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। pragatinews.in एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है। )