G20 Summit 2023 : G20 समिट का समापन, पीएम मोदी ने ब्राजील को सौंपी 2024 की अध्यक्षता, दी बधाई
भारत की अध्यक्षता में G20 समिट का सफलतापूर्वक समापन हो गया है । अपने समापन भाषण में पीएम मोदी ने UNSC के विस्तार की वकालत की । वहीं, पीएम मोदी ने G20 की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा को सौंपकर बधाई दी है। अगले साल ये कार्यक्रम ब्राजील में ही आयोजित किया जाएगा। पीएम मोदी ने एक वर्चुअल सेशन का रखा प्रस्ताव …
G20 समिट का समापन । इस मौके पर भारत ने ब्राजील को 2024 की अध्यक्षता सौंप दी । पीएम मोदी ने G20 की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा को सौंपी और उन्हें बधाई दी। इसके बाद लूला डा सिल्वा ने कहा कि दुनिया को वैश्विक भुखमरी खत्म करने के लिए प्रयास करना होगा और गरीब देशों की कर्ज की समस्या का समाधान करना होगा। गौरतलब है कि अगले साल जी-20 कार्यक्रम ब्राजील में होना है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘ब्राजील के राष्ट्रपति को मैं हार्दिक शुभकामानाएं देता हूं और उन्हें G20 की अध्यक्षता सौंपता हूं। भारत के पास नवंबर तक G-20 की अध्यक्षता है। इन दो दिनों में आपने कई बातें और प्रस्ताव रखे हैं। हमारी जिम्मेदारी है कि जो सुझाव आएं और वो देखे जाएं कि उनकी प्रगति में गति कैसे लाई जा सकती है। मेरा प्रस्ताव है कि हम नवंबर के अंत में G-20 का एक और वर्चुअल सेशन रखें। इसमें हम इस समिट के दौरान तय विषयों की समीक्षा कर सकते हैं। इन सबका ब्योरा हमारी टीम आपके साथ साझा करेगी। मैं उम्मीद करता हूं कि आप सब इससे जुड़ेंगे।’
गौरतलब है कि भारत में जी-20 सफलता के साथ आयोजित किया जा रहा है। आज सभी मेहमान देशों के मुखिया राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए भी पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी उनके साथ थे। इससे पहले पीएम मोदी ने सभी मेहमानों को खादी की शॉल देकर सम्मानित किया। राजघाट पर महात्मा गांधी के स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन वियतनाम की यात्रा के लिए रवाना हो गए। अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में भारत की अपनी पहली यात्रा के तहत बाइडेन दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे थे और उन्होंने उसी दिन उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी। अपनी 50 मिनट से अधिक की बातचीत में मोदी और बाइडन ने द्विपक्षीय प्रमुख रक्षा साझेदारी को और गहरा बनाने का संकल्प लिया था।
जी20 समिट में सभी देशों के बीच दिल्ली घोषणापत्र पर सहमति बन गई है । दिल्ली घोषणा में सभी देशों से “क्षेत्रीय अधिग्रहण के लिए बल प्रयोग से बचने” का आग्रह किया गया है । हालांकि, पूरे दस्तावेज़ में रूस का कोई संदर्भ नहीं है । जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा, यह लगभग 200 घंटे की लगातार बातचीत का नतीजा था और शुक्रवार रात को ही इस पर सहमति बन गई थी । यह भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया और बाद में मैक्सिको, तुर्की और सऊदी अरब के नेतृत्व वाले शेरपाओं और उभरते बाजारों का संयुक्त प्रयास था जिसने जी7 देशों पर दबाव डाला और उन्हें मेज पर लाया । पहले मसौदे से बातचीत दूसरे और फिर तीसरे तक चली गई, जबकि सभी देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकों से भी मदद मिली । इसके बाद भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया के साथ-साथ मैक्सिको, तुर्की और सऊदी अरब ने दबाव बनाने के लिए मिलकर काम किया ।