Google Doodle : आज कैट-आई चश्मा बनाने वाली अल्टीना शिनासी की 116वीं जयंती, गूगल ने समर्पित किया खास डूडल
Google ने Doodle बनाकर अमेरिकी कलाकार अल्टीना शिनासी के जन्मदिन का जश्न मनाया है। सर्च इंजिन गूगल कैट-आई चश्मों के फ्रेम को डिजाइन करने के लिए मशहूर अमेरिकी डिजाइनर अल्टीना शिनासी का 116वीं जयंती (116th Birth Anniversary) मना रहा है । कैट-आई चश्मा बनाने वाली अल्टीना शिनासी का जन्मदिन मना रहा गूगल । शुक्रवार (4 अगस्त) को गूगल ने कैट-आई चश्मे के फ्रेम की डिजाइनर को समर्पित किया खास डूडल । आइए जानते हैं आज के डूडल के बारे में …
आज मशहूर अमेरिकी डिजाइनर अल्टीना शिनासी की जन्मदिन । आज इनका 116वां जन्मदिन है। Google ने आज एक नया Doodle बनाया है जिसमें कैट आई चश्मे के पीछे डिजाइनर अल्टीना शिनासी को दिखाया गया है। कैट-आई चश्मा बनाने वाली अल्टीना शिनासी का जन्मदिन मना रहा गूगल ।
अमेरिकी कलाकार, डिजाइनर और आविष्कारक अल्टीना शिनासी का जन्म आज ही के दिन सन 1907 में मैनहट्टन, न्यूयॉर्क में अप्रवासी माता-पिता के घर हुआ था । उनके पिता तुर्की के सेफर्डिक यहूदी मूल निवासी । उनकी माँ सैलोनिका से थीं। उन्हें फैशन और आईवियर डिजाइन करने में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए जाना जाता है। उनकी असाधारण यात्रा ने उन्हें प्रतिष्ठित हार्लेक्विन चश्मे का फ्रेम बनाने के लिए प्रेरित किया, जिसे अब व्यापक तौर पर कैट-आई फ्रेम के रूप में पहचाना जाता है । वो शिनासी ही हैं, जिन्होंने फैशन इंडस्ट्री में एक स्थायी विरासत छोड़ते हुए आईवियर की दुनिया को नया आकार दिया । शिनासी ने पेरिस में पेंटिंग की पढ़ाई की और फिर आर्ट के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद वो न्यूयॉर्क के द आर्ट स्टूडेंट्स लीग में अपने सपने को पूरा करने के लिए अमेरिका लौट आईं। इन्होंने अपना करियर मैनहट्टन में एक विंडो ड्रेसर के तौर पर शुरू किया। इन्हें कई प्रमुख कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला जिसमें साल्वाडोर डाली भी शामिल थीं।
बात करें कैट-आई फ्रेम की तो इसका आइडिया शिनासी को तब आया, जब उन्होंने महिलाओं के आईवियर के लिए स्टाइलिश ऑप्शन की कमी देखी । महिलाओं के आईवियर के ऑप्शन को बढ़ाने के लिए संकल्पित शिनासी ने इटली के वेनिस में कार्नेवल उत्सव के दौरान पहने जाने वाले हार्लेक्विन मास्क से इस फ्रेम को बनाने की प्रेरणा ली । उनका मानना था कि मास्क के नुकीले किनारे एक महिला के चेहरे को खूबसूरती से सजाने में मददगार हो सकते हैं । एक स्थानीय दुकान के मालिक ने उनकी डिजाइन की क्षमता को पहचाना और इस तरह से कैट-आई फ्रेम बनाने में उन्हें सफलता मिली ।
शिनासी ने कैट-आई फ्रेम के लिए पेपर प्रोटोटाइप बनाना शुरू किया। हालांकि, इसे रिजेक्ट कर दिया गया था। इनके बेटे टेरी सैंडर्स के अनुसार, डिजाइन को रिजेक्ट करने का कारण इनका नुकीला होना था। आखिरकार एक लोकल शॉप के मालिक ने उनकी बात मानी और उनके एक्सक्लूसिव मैन्यूफैक्चर का सौदा किया। 1930 के दशक के आखिरी तक हार्लेक्विन चश्मा अमेरिका में महिलाओं के बीच लोकप्रिय हो गया। इसके लिए उन्हें 1939 में लॉर्ड एंड टेलर अमेरिकन डिजाइन अवार्ड से भी नवाजा गया।
गूगल Doodle के अनुसार, “शिनासी जब विंडो डिस्प्ले डिजाइनर के तौर पर काम कर रही थीं तब उन्हें कैट-आई फ्रेम को बनाने की प्रेरणा मिली। जहां वो काम करती थीं उसके पास एक महिलाओं के चश्मे वाला था। उसके पास केवल गोल फ्रेम ही होते थे। ऐसे में शिनासी को कुछ बनाना था। इसमें उन्होंने हार्लेक्विन मास्क की नकल की। इसे उन्होंने कार्नेवेल फेस्टिवल के दौरान वेनिस में लोगों को पहने हुए देखा था।
गौरतलब है कि, हार्लेक्विन चश्मे ने जल्द ही महिलाओं के बीच काफी लोकप्रियता हासिल कर ली और यह 1930 से 1940 के दशक के दौरान अमेरिका में महिलाओं के लिए एक प्रतिष्ठित फैशन बन गया. शिनासी के इस आविष्कार ने उन्हें व्यापक तौर पर पहचान दिलाई और उन्हें साल 1939 में प्रतिष्ठित लॉर्ड एंड टेलर अमेरिकन डिजाइन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया. इसके अलावा उन्हें वोग और लाइफ जैसी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में भी फीचर किया गया था.