भारतीय क्रिकेट टीम को वेस्टइंडीज ने सीरीज के पहले T20 मैच में 4 रन से हरा दिया । हार्दिक पांड्या इस सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी संभाल रहे हैं । पहले T20 मैच में दोनों ही टीमों पर स्लो ओवर रेट के लिए जुर्माना लगाया गया है …
वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जा रही पांच मैचों की T20 सीरीज के पहले मैच में हार के बाद अब टीम इंडिया को एक और बड़ा झटका लगा है। इस रोमांचक मुकाबले में विंडीज टीम ने 4 रनों से जीत दर्ज करने के साथ सीरीज में 1-0 की बढ़त भी हासिल कर ली है । वहीं इस मुकाबले के बाद दोनों ही टीमों को आईसीसी की तरफ से भारी जुर्माने का भी सामना करना पड़ा । मैच के दौरान ही समझ में आ गया था कि आईसीसी आने वाले दिनों में बड़ा कदम उठा सकती है। नुकसान केवल टीम इंडिया को ही नहीं हुआ है, इसकी जद में वेस्टइंडीज की टीम भी आई है।
त्रिनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम में खेले गए पहले T20 मैच में दोनों ही टीमों ने तय समय के अंदर ओवर नहीं पूरे किए थे, इसकी वजह से भारतीय खिलाड़ियों की मैच फीस में जहां 5 फीसदी का जुर्माना लगाया गया है, वहीं वेस्टइंडीज की टीम पर 10 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगा है । भारत ने 1 ओवर जबकि वेस्टइंडीज ने 2 ओवर देरी से फेंके थे । इस मैच में रेफरी की भूमिका निभा रहे रिची रिचर्ड्सन ने दोनों कप्तानों को इस जुर्माने के बारे में जानकारी दी । आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.22 के अनुसार प्रत्येक धीमे ओवर पर मैच फीस पर 5 फीसदी का जुर्माना लगता है । यह अधिकतम 50 फीसदी तक लग सकता है । भारतीय कप्तान हार्दिक पांड्या और विंडीज कप्तान रोवमन पॉवेल इस जुर्माने को स्वीकार कर लिया है ।
आईसीसी ने बताया है कि वेस्टइंडीज के कप्तान रोवमैन पॉवेल और भारत के कप्तान हार्दिक पांड्या ने अपराध स्वीकार कर लिया, जिसका मतलब ये हुआ कि अब इस मामले में आगे की सुनवाई की जरूरत नहीं होगी। ये आरोप ऑन-फील्ड अंपायर ग्रेगरी ब्रैथवेट और पैट्रिक गुस्टर्ड के साथ-साथ तीसरे अंपायर निगेल डुगुइड और चौथे अंपायर लेस्ली रीफर ने लगाए थे।
आईसीसी की खिलाड़ियों और टीम के सहयोगी सदस्यों के लिए आचार संहिता की अनुच्छेद 2.22 (न्यूनतम ओवर से संबंधित) के अनुसार प्लेयर्स को उनकी टीम द्वारा आवंटित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहने पर हर ओवर के हिसाब से उनकी मैच फीस का 5 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है । इस मामले में खिलाड़ी पर अधिकतम मैच फीस के 50 प्रतिशत का जुर्माना लग सकता है । आईसीसी की ओर से जारी बयान के अनुसार, हार्दिक पांड्या और रोवमैन पॉवेल ने अपने अपराध और प्रस्तावित प्रतिबंधों को स्वीकार कर लिया, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं थी । मैदानी अंपायर ग्रेगरी ब्रेथवेट और पैट्रिक गुस्टर्ड, थर्ड अंपायर निगेल डुगुइड और फोर्थ अंपायर लेस्ली रीफर ने आरोप लगाए थे ।
भारत और वेस्टइंडीज पर तीन अगस्त को तारौबा के ब्रायन लारा क्रिकेट अकादमी स्टेडियम में पहले T20 के दौरान स्लो ओवर रेट के कारण जुर्माना लगाया गया है। पहले T20 मुकाबले में दोनों टीमें अपनी गेंदबाजी पारी के दौरान न्यूनतम ओवर गति से पीछे रह गईं, यही कारण है कि उन पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है। भारत ने अपनी गेंदबाजी पारी के दौरान एक ओवर कम डाला, जिसके कारण उनकी मैच फीस का पांच प्रतिशत कम कर दिया गया। दूसरी ओर, वेस्टइंडीज ने दो ओवर कम फेंके, जिससे उनके खिलाड़ियों की मैच फीस में दस प्रतिशत की कटौती हुई है।
बता दें कि, पांच मैचों की सीरीज में भारतीय टीम अब पीछे हो गई है। हालांकि अभी भी चार मैच बाकी हैं और इसमें टीम इंडिया वापसी कर सकती है। वैसे भी टेस्ट और वनडे सीरीज जीतने के बाद भारतीय टीम के हौसले बुलंद थे, लेकिन टी20 का पहला ही मैच हराने के बाद अब भारतीय कप्तान हार्दिक पांड्या और कोच राहुल द्रविड़ को नए सिरे से इस पूरे मामले पर विचार करना होगा। बाकी मैच गुयाना और फ्लोरिडा में खेले जाने हैं। इसे अगले साल जून में खेले जाने विश्व कप की तैयारियों के तहत देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि, अभी तक के टीम इंडिया के दौरे की बात करें तो टेस्ट सीरीज से इसका आगाज हुआ, जिसका पहला मैच टीम इंडिया ने पारी और 141 रन से अपने नाम किया था। इसके बाद दूसरे टेस्ट में भी भारतीय टीम आगे चल रही थी, लेकिन बारिश के कारण खेल रोक दिया गया, जिससे मैच ड्रॉ यानी बराबरी पर खत्म हो गया। इसके बाद वनडे सीरीज की शुरुआत हुई, इसका पहला मैच भारतीय टीम ने जीतने में कामयाब हासिल की, लेकिन दूसरा मैच हार गई। इससे सीरीज बराबरी पर आकर खड़ी हो गई, लेकिन आखिरी मैच जीतकर सीरीज पर कब्जा कर लिया। अब दूसरे मैच में भारतीय टीम किस तरह का प्रदर्शन करती है, ये देखना दिलचस्प होगा।