टीम इंडिया के खिलाड़ी मनोज तिवारी ने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है । भारत के लिए खेल चुके बंगाल के खेल मंत्री ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास । भारत के लिए 15 मैच खेल चुके दाएं हाथ के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने भारत के लिए 12 वनडे में 26.09 की औसत से 287 रन बनाए। इनमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। इसके अलावा उन्होंने तीन T20 भी खेले, जिसमें 15 रन बनाए। मनोज के नाम वनडे में 5 विकेट भी हैं। भारतीय क्रिकेट में लंबे समय से नहीं चुने जाने वाले ये खिलाड़ी ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। ये खिलाड़ी 2015 में अपना आखिरी मुकाबला खेला था। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट शेयर की है …
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मनोज तिवारी ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। भारत के लिए खेल चुके बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास । मनोज टीम इंडिया के लिए 12 वनडे और 3 T20 मैच खेल चुके हैं । उन्होंने टीम इंडिया के लिए आखिरी मुकाबला 2015 में खेला था। 2015 के बाद से भारत के लिए कोई भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है। वे घरेलू मैचों में बंगाल के लिए खेल रहे थे. मनोजा डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा रिकॉर्ड रहा है।
गौरतलब है कि मनोज ने भारत के लिओ 12 वनडे मैच खेले । इस दौरान 287 रन बनाए । उन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक लगाया । वे 3 T20 मैच भी खेल चुकेहैं । उन्होंने 141 फर्स्ट क्लास मैचों में 9908 रन बनाए हैं । वे इस फॉर्मेट में तिहरा शतक भी लगा चुके हैं । उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 303 रन रहा है । मनोज ने इस फॉर्मेट में 29 शतक और 45 अर्धशतक लगाए हैं । वे लिस्ट ए के 169 मैचों में 5581 रन बना चुके हैं । इसमें 6 शतक और 40 अर्धशतक लगाए हैं । मनोज इंडियन प्रीमियर लीग में भी अच्छा परफॉर्म कर चुके हैं । उन्होंने 98 आईपीएल मैचों में 1695 रन बनाए हैं । मनोज ने भारत के लिए आखिरी वनडे जिम्बाब्वे के खिलाफ जुलाई 2015 में खेला था। वहीं आखिरी T20 मैच सितंबर 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था । लगभग 8 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर रहने वाले तिवारी ने अब क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर यह जानकारी दी ।
मनोज ने इंस्टाग्राम पर अपनी फोटो शेयर करने के साथ लंबी पोस्ट लिखी है । उन्होंने लिखा, ”क्रिकेट के खेल को अलविदा । इस खेल ने मुझे सब कुछ दिया । मैं जो भी सपना देखा, वह हर चीज इस खेल ने दी । मुझे बचपन से कोचिंग देने वाले सभी कोचों का शुक्रिया । इन सभी ने मेरी उपलब्धियों में अहम भूमिका निभाई है । मेरी क्रिकेट की यात्रा में मेरे कोच मनबेंद्र घोष पिलर की तरह खड़े रहे । मेरे माता-पिता को शुक्रिया । इन दोनों ने मुझ पर कभी भी पढ़ाई या किसी और तरह का दबाव नहीं बनाया । मेरी वाइफ को शुक्रिया। वह हमेशा, हर परिस्थिति में मेरे साथ रहीं ।”
क्रिकेट करियर :
मनोज ने भारत के लिए 12 वनडे में 26.09 की औसत से 287 रन बनाए। इनमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। इसके अलावा उन्होंने तीन टी20 भी खेले, जिसमें 15 रन बनाए। मनोज के नाम वनडे में पांच विकेट भी हैं। घरेलू क्रिकेट में मनोज बंगाल के लिए खेल रहे थे और इस साल रणजी ट्रॉफी में टीम की कप्तानी की थी।
मनोज के नेतृत्व में बंगाल की टीम रणजी ट्रॉफी 2023 के फाइनल में पहुंची थी। हालांकि, फाइनल में सौराष्ट्र के खिलाफ बंगाल की टीम को हार का सामना करना पड़ा था। मनोज ने 141 फर्स्ट क्लास मैचों में 48.56 की औसत से 9908 रन बनाए। इनमें 29 शतक और 45 अर्धशतक शामिल है। वहीं, 169 लिस्ट-ए मैचों में मनोज के नाम 42.28 की औसत से 5581 रन हैं। इनमें छह शतक और 40 अर्धशतक हैं। वह आईपीएल में 96 मैच खेल चुके हैं, जिसमें 29.07 की औसत और 117.41 के स्ट्राइक रेट से 1686 रन बनाए। इनमें सात अर्धशतक शामिल हैं।
छोटा रहा करियर :
भारत के लिए तिवारी ने 12 वनडे मुकाबले और तीन टी20 मैच खेले। वनडे क्रिकेट में उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी 2011 में चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ आई थी, जहां उन्होंने नाबाद 104 रन बनाए। बता दें कि तिवारी बंगाल की बल्लेबाजी लाइन-अप में एक शानदार खिलाड़ी थे। उन्होंने 141 फर्स्ट क्लास मैचों में 48.56 के औसत से 9908 रन बनाए, जिसमें 29 शतक और 45 अर्धशतक शामिल थे। वहीं नाबाद 303 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा।
हाल ही में खेला था रणजी फाइनल :
तिवारी ने 2022-23 रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचने वाली बंगाल की टीम की कप्तानी की थी। जहां टीम सौराष्ट्र से हारकर उपविजेता रही। तिवारी ने 169 लिस्ट ए गेम्स में 5581 रन और 183 टी20 गेम्स में 3436 रन भी बनाए। तिवारी वर्तमान में पश्चिम बंगाल सरकार में खेल मंत्री हैं।
जीती थी आईपीएल ट्रॉफी :
बता दें कि मनोज तिवारी आईपीएल 2012 का खिताब जीतने वाली केकेआर की टीम का भी हिस्सा थे। 2006-07 में रणजी ट्रॉफी में 99.50 की औसत से 796 रन बनाने के बाद तिवारी राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आए और उन्हें बांग्लादेश दौरे के लिए भारत की टीम में शामिल किया गया।
क्रिकेट को धन्यवाद कहा :
मनोज ने लिखा- मेरी पत्नी सुषमिता रॉय को बहुत-बहुत धन्यवाद, जो मेरे जीवन में आने के बाद से हमेशा मेरे साथ रही हैं। उनके निरंतर समर्थन के बिना, मैं जीवन में उस मुकाम तक नहीं पहुंच पाता जहां मैं आज हूं। मेरे सभी साथियों, पूर्व और वर्तमान और बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन और एसोसिएशन के सभी सदस्यों को धन्यवाद, जिन्होंने मेरी यात्रा में भूमिका निभाई है।मैं उन क्रिकेट प्रशंसकों का जिक्र कैसे नहीं कर सकता, जिन्होंने मेरे उतार-चढ़ाव के दौरान मेरी लिए प्रार्थना की और मुझे आज की दुनिया में एक क्रिकेट हस्ती बनाया। मेरे दिल की गहराइयों से बहुत-बहुत धन्यवाद। बस इतना ही। यदि मुझसे कोई छूट गया हो जिसका उल्लेख मैं यहां करने से चूक गया हूं तो कृपया मेरी क्षमायाचना स्वीकार करें। धन्यवाद क्रिकेट।
मनोज ने अपने पोस्ट में क्या लिखा :
मनोज ने अपने पोस्ट में लिखा- क्रिकेट को अलविदा। इस खेल ने मुझे सबकुछ दिया है। मेरा मतलब है कि हर वह चीज जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी और मैं काफी कठिनाइयों का सामना कर रहा था, तब इस खेल में मुझे ऊपर उठने का मौका दिया। मैं क्रिकेट का आभारी रहूंगा। मैं ऊपर वाले का भी शुक्रिया अदा करना चाहूंगा कि उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया।
मनोज ने लिखा- मैं इस खेल और भगवान का हमेशा आभारी रहूंगा, जो हमेशा मेरे पक्ष में रहे। इस अवसर पर मैं उन लोगों के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं जिन्होंने मेरी क्रिकेट यात्रा में भूमिका निभाई है। मेरे बचपन से लेकर पिछले साल तक मेरे सभी कोचों को धन्यवाद, जिन्होंने मेरी क्रिकेट उपलब्धियों में भूमिका निभाई है। मेरे पिता तुल्य कोच मानवेंद्र घोष क्रिकेट यात्रा में स्तंभ रहे हैं। अगर वह नहीं होते तो मैं क्रिकेट जगत में कहीं नहीं पहुंच पाता। धन्यवाद सर और आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं, क्योंकि आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है। मेरे पिताजी और मां को धन्यवाद, उन्होंने कभी मुझ पर पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने का दबाव नहीं डाला बल्कि उन्होंने मुझे क्रिकेट में बने रहने के लिए प्रोत्साहित किया।