Moody’s Downgrades China : कर्ज के जाल में फंसा चीन! मूडीज ने घटाया क्रेडिट रेटिंग, जानें क्या हैं इसके मायने
चीन का बढ़ता कर्ज उसकी अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ रहा है। इस संकट के चलते रेटिंग एजेंसी ने दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की रेटिंग घटाने का फैसला किया है। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चीन की क्रेडिट रेटिंग आउटलुक को घटाकर नेगेटिव करने का फैसला किया है, जो पहले स्थिर थी। मूडीज के इस फैसले पर चीन ने निराशा जताई है।
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अपने नोट में लिखा है कि चीन की क्रेडिट रेटिंग में बदलाव से संकेत मिलता है कि चीनी सरकार के लिए वित्तीय संकट से जूझ रहे क्षेत्रीय और स्थानीय सरकारों और राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करना अनिवार्य हो जाएगा। इससे चीन की राजकोषीय, आर्थिक और संस्थागत ताकत को बड़ा झटका लग सकता है।
मूडीज के मुताबिक, क्रेडिट रेटिंग घटने से यह भी संकेत मिलता है कि मध्यम अवधि में चीन की आर्थिक वृद्धि और वहां के रियल एस्टेट बाजार में गिरावट का खतरा है। आपको बता दें कि चीन का रियल एस्टेट सेक्टर भारी कर्ज संकट से जूझ रहा है। चीन का रियल एस्टेट सेक्टर उसकी जीडीपी में एक चौथाई का योगदान देता है। भारी कर्ज लेने वाले देश के बड़े डेवलपर्स डूबने की कगार पर हैं। चीन की महामारी के बाद की रिकवरी कमजोर उपभोक्ता और व्यापारिक विश्वास के कारण बाधित हुई है। हाउसिंग क्राइसिस, युवाओं में बेरोजगारी और ग्लोबल स्लोडाउन के चलते चीन के गुड्स के डिमांड पर असर पड़ा है।
चीन के वित्त मंत्रालय ने मूडीज की क्रेडिट रेटिंग घटाने के फैसले पर नाराजगी जताई है। इसके प्रवक्ता ने कहा, इस साल की शुरुआत से, कठिन अंतरराष्ट्रीय स्थिति और अस्थिर वैश्विक आर्थिक स्थिति के बावजूद चीन की व्यापक आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।