National Film Awards 2023 : आलिया भट्ट, कृति सैनन और अल्लू अर्जुन को मिला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, वहीदा रहमान को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित
- जानें 69वें नेशनल अवॉर्ड्स विनर्स की कंप्लीट लिस्ट
आज दिल्ली में नेशनल अवॉर्ड जीतने वाले कलाकारों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया । 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने फिल्मी जगत से जुड़े कलाकारों को अवॉर्ड देकर सम्मानित किया। आलिया भट्ट, अल्लू अर्जुन और कृति सेनन के साथ ही कई और कलाकारों को सम्मानित किया गया। जानें और कौन-कौन विजेताओं की लिस्ट में शामिल …
नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में सबसे प्रमुख और प्रतिष्ठित फिल्म पुरस्कार समारोहों में से एक माना जाता है। इसके 69वें संस्करण में फिल्म जगत दिग्गज कलाकारों को सम्मानित किया गया है। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने फिल्मी सितारों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में बॉलीवुड से लेकर साउथ इंडस्ट्री और रीजनल सिनेमा के कई कलाकर शिरकत किए।69वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन आज दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ । 2021 में सिनेमा में बेहतरीन योगदान के लिए अवॉर्ड जीतने वाले कलाकारों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज सम्मानित किया । नेशनल अवॉर्ड की घोषणा पिछले महीने सितंबर में ही कर दी गई थी।
बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट को ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ और कृति सैनन को फिल्म ‘मिमी’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला । साउथ के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को फिल्म ‘पुष्पा: द राइज’ के लिए बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड से नवाजा गया । आर. माधवन की फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म के लिए सम्मानित किया गया । द कश्मीर फाइल्स को नरगिस दत्त अवॉर्ड दिया गया । आपको बता दें कि लॉकडाउन की वजह से ये अवॉर्ड समारोह एक साल की देरी से हो रहा है। वहीं, दिग्गज अभिनेत्री वहीदा रहमान को दादा साहेब फाल्क से सम्मानित किया ।
बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड लेने आलिया भट्ट आज पति रणबीर कपूर के साथ दिल्ली पहुंचीं। अवॉर्ड से ज्यादा चर्चा उनके साड़ी की हुई जिसे पहनकर वो इस समारोह में पहुंचीं थीं। आलिया ने सब्यसाची की डिजाइनर साड़ी पहनी जो उन्होंने शादी के दिन पहनी थी । अवॉर्ड मिलने के दौरान रणबीर कपूर फोन से वीडियो बनाते नज़र आए।
अवॉर्ड मिलने पर आलिया भट्ट ने कहा, ‘मैं ऐसे मौके पर ही बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं । ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ फिल्म के लिए मैं संजय लीला भंसाली का आभार व्यक्त करती हूं जिन्होंने मुझे ऐसा किरदार निभाने का मौका दिया।’
‘झुकेगा नहीं साला…’ये डायलॉग कौन भूल पाएगा। आज जब अल्लू अर्जुन अवॉर्ड लेने पहुंचे तो रेड कार्पेट पर उन्होंने इस डायलॉग का सिग्नेचर स्टेप करके भी दिखाया। अल्लू के साथ इस समारोह में उनकी पत्नी भी पहुंचीं थीं।
अल्लू अर्जुन ने कहा, ‘ये अवॉर्ड जीतकर मैं बहुत खुश हूं। मेरे लिए ये दोगुनी खुशी का मौका है क्योंकि मेरी फिल्म कमर्शियली भी सक्सेजफुल रही है।’
मिमी के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीतने वाली कृति सैनने कहा कि अपने करियर के दस साल में ही ये अवॉर्ड अपने नाम कर लेना उनकी बड़ी उपलब्धि है।
कृति ने कहा, ‘ये अवॉर्ड जीतना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। मैं खुशनसीब हूं कि मुझे मिमी जैसी फिल्म में काम करने का मौका मिला।’ कृति सैनन ने कहा कि, डायरेक्टर लक्ष्मण उतेकर ने फिल्म बनाते समय ही कहा था कि ये फिल्म नेशनल अवॉर्ड जीतेगी।
दिग्गज अभिनेत्री वहीदा रहमान को आज अवॉर्ड लेते समय भावुक हो गईं। उनके नाम की अनाउंसमेंट के साथ ही हॉल में मौजूद सभी लोगों ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया और तालियों से उनका स्वागत किया। ये देखकर वहीदा रहमान की आँखों में आंसू आ गए। वहीदा रहमान ने कहा कि वो बहुत खुश है और आभार व्यक्त करती हैं ।
नेशनल अवॉर्ड विनर्स की लिस्ट :
* बेस्ट फीचर फिल्म: रॉकेट्री
* बेस्ट निर्देशक: निखिल महाजन, गोदावरी
* बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग होलसम एंटरटेनमेंट: आरआरआर
* राष्ट्रीय एकता पर बेस्ट फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार: द कश्मीर फाइल्स
* बेस्ट एक्टर: अल्लू अर्जुन (पुष्पा)
* बेस्ट एक्ट्रेस: आलिया भट्ट( गंगूबाई काठियावाड़ी) और कृति सेनन ( मिमी)
* बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर: पंकज त्रिपाठी ( मिमी)
* बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस: पल्लवी जोशी ( द कश्मीर फाइल्स)
* बेस्ट चाइल्ट आर्टिस्ट: भाविन रबारी ( छैलो शो)
* बेस्ट स्क्रीनप्ले (ओरिजनल): शाही कबीर ( नयट्टू)
* बेस्ट स्क्रीनप्ले (एडेप्टेड): संजय लीला भंसाली और उत्कर्षिनी वशिष्ठ (गंगूबाई काठियावाड़ी)
* बेस्ट डायलॉग राइटर: उत्कर्षिनी वशिष्ठ और प्रकाश कपाड़िया (गंगूबाई काठियावाड़ी)
* बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर (स़ॉन्गस): देवी श्री प्रसाद ( पुष्पा)
* बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन (बैकग्राउंड म्यूजिक): एमएम कीरावनी (आरआरआर)
* बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर: काला भैरव ( आरआरआर)
* बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर: श्रेया घोषाल, इराविन निज़ल
* बेस्ट लिरिक्स: चंद्रबोस, कोंडा पोलम का धम धम धम
* बेस्ट हिंदी फिल्म: सरदार उधम
* बेस्ट कन्नड़ फिल्म: 777 चार्ली
* बेस्ट मलयालम फिल्म: होम
* बेस्ट गुजराती फिल्म: छैलो शो
* बेस्ट तमिल फिल्म: कदैसी विवासयी
* बेस्ट तेलुगु फिल्म: उप्पेना
* बेस्ट मैथिली फिल्म: समानान्तर
* बेस्ट मिशिंग फिल्म: बूम्बा राइड
* बेस्ट मराठी फिल्म: एकदा काय जाला
* बेस्ट बंगाली फिल्म: कल्कोक्खो
* बेस्ट असमिया फिल्म: अनुर
* बेस्ट मेइतिलोन फिल्म: इखोइगी यम
* बेस्ट उड़िया फिल्म: प्रत्यक्षा
* इंदिरा गांधी अवॉर्ड फॉर बेस्ड डेब्यू फिल्म ऑफ डायरेक्टर: मेप्पडियन, विष्णु मोहन
* सामाजिक मुद्दों पर बेस्ट फिल्म: अनुनाद – द रेज़ोनेंस
* बेस्ट फिल्म ऑन एनवायरमेंट कंजर्वेशन/प्रिजर्वेशन: आवासव्यूहम
* बेस्ट बाल फिल्म: गांधी एंड कंपनी
* बेस्ट ऑडियोग्राफी (लोकेशन साउंड रिकॉर्डिस्ट): अरुण असोक और सोनू केपी, चविट्टू
* बेस्ट ऑडियोग्राफी (साउंड डिजाइनर): अनीश बसु, झिल्ली
* बेस्ट ऑडियोग्राफी (री-रिकॉर्डिस्ट ऑफ द फाइनल मिक्स्ड ट्रैक): सिनॉय जोसेफ, सरदार उधम
* बेस्ट कोरियोग्राफी: प्रेम रक्षित, आरआरआर
* बेस्ट सिनेमाटोग्राफी: अविक मुखोपाध्याय, सरदार उधम
* बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर: वीरा कपूर हां, सरदार उधम
* बेस्ट स्पेशल इफेक्ट्स: श्रीनिवास मोहन, आरआरआर
* बेस्ट प्रोडक्शन डिज़ाइन: दिमित्री मलिक और मानसी ध्रुव मेहता, सरदार उधम
* बेस्ट एडीटिंग: संजय लीला भंसाली, गंगूबाई काठियावाड़ी
* बेस्ट मेकअप: प्रीतिशील सिंह, गंगूबाई काठियावाड़ी
* बेस्ट स्टंट कोरियोग्राफी: किंग सोलोमन, आरआरआर
* स्पेशल जूरी पुरस्कार: शेरशाह, विष्णुवर्धन
* स्पेशल मेंशन: 1. स्वर्गीय श्री नल्लंदी, कदैसी विवासयी 2. अरन्या गुप्ता और बिथन बिस्वास, झिल्ली 3. इंद्रांस, होम 4. * जहांआरा बेगम, अनुर
* बेस्ट नॉनफीचर फिल्म: एक था गांव
* बेस्ट डायरेक्शन (नॉन-फीचर फिल्म): बकुल मटियानी, स्माइल प्लीज़
* बेस्ट डेब्यू नॉन फीचर फिल्म ऑफ ए डायरेक्टर: पांचिका, अंकित कोठारी
* बेस्ट एंथ्रोपोलॉजिकल फिल्म: फायर ऑन एज
* बेस्ट बायोग्राफिकल फिल्म: 1. रुखु मतिर दुखु माझी, 2. बियॉन्ड ब्लास्ट
* बेस्ट आर्ट्स फ़िल्में: टी.एन. कृष्णन बो स्ट्रिंग्स टू डिवाइन
* सबेस्ट साइंड एंड टेक्नोलॉजी फ़िल्में: एथोस ऑफ़ डार्कनेस
* बेस्ट प्रमोशनल फिल्म: लुप्तप्राय विरासत ‘वर्ली आर्ट’
* बेस्ट पर्यावरण फिल्म (नॉन-फीचर फिल्म): मुन्नम वलावु
* सामाजिक मुद्दों पर बेस्ट फिल्म (नॉन-फीचर फिल्म): 1. मिट्ठू दी, 2. थ्री टू वन
* बेस्ट इंवेस्टिगेटिव फिल्म: लुकिंग फॉर चालान
* बेस्ट एक्सप्लोरेशन फिल्म: आयुष्मान
* बेस्ट एजुकेशनल फिल्म: सिरपिगलिन सिरपंगल
* बेस्ट शॉर्ट फिक्शन फिल्म: दाल भात
* बेस्ट एनिमेशन फिल्म: कंदित्तुंडु
* बेस्ट फिल्म ऑफ फैमिली वैल्यूज: चांद सांसे
* बेस्ट सिनेमैटोग्राफी (नॉन-फीचर फिल्म): बिट्टू रावत, पाताल
* बेस्ट ऑडियोग्राफी (री-रिकॉर्डिस्ट ऑफ द फाइनल मिक्स्ड ट्रैक) (नॉन-फीचर फिल्म): उन्नी कृष्णन, एक था गांव
* बेस्ट प्रोडक्शन साउंड रिकॉर्डिस्ट (लोकेशन/सिंक साउंड) (नॉन-फीचर फिल्म): सुरुचि शर्मा, मीन राग
* बेस्ट एडीटिंग (नॉन-फीचर फिल्म): अभ्रो बनर्जी, इफ मेमोरी सर्व्स मी राइट
* बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन (नॉन-फीचर फिल्म): ईशान दिवेचा, सक्सेलेंट
* बेस्ट नैरेशन/वॉयस ओवर नॉन-फीचर फिल्म): कुलदा कुमार भट्टाचार्जी, हाथीबंधु
* स्पेशल मेंशन (नॉन-फीचर फिल्म): 1. अनिरुद्ध जटकर, बाले बंगारा, 2. श्रीकांत देवा, करुवराई, 3. स्वेता कुमार दास, द हीलिंग टच, 4. राम कमल मुखर्जी, एक दुआ
* स्पेशल जूरी पुरस्कार (नॉन-फीचर फिल्म): शेखर बापू रणखंबे, रेखा
* सिनेमा पर बेस्ट पुस्तक: म्यूजिक बाय लक्ष्मीकांत प्यारेलाल: द इनक्रेडिबली मेलोडियस जर्नी बाय राजीव विजयकर
* बेस्ट फिल्म क्रिटिक: पुरूषोत्तम चार्युलु
* बेस्ट फ़िल्म क्रिटिक (स्पेशल मेंशन): सुब्रमण्य बंडूर