सहारा में निवेशकों के फंसे पैसे मिलने शुरू । अमित शाह ने 112 निवेशकों को किए 10,000 रुपये ट्रांसफर । हले फेज में इन चार समितियों में निवेशकों के जमा 5,000 करोड़ रुपये वापस किए जायेंगे और एक करोड़ डिपॉजिटर्स के क्लेम का सेटलमेंट किया जाएगा । सहारा रिफंड पोर्टल के जरिये पैसा वापस पाने के लिए निवेशकों को अपने जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे । रिफंड के लिए अपलोड किये जाने वाले दस्तावेजों में निवेशक का नाम, पता, आधार कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट नंबर और पैसे जमा करने की रसीद आदि शामिल है …
अगर आपका भी पैसा सालों से सहारा इंडिया में फंसा हुआ है तो यह खबर आपके लिए किसी लॉटरी से कम नहीं है । जी हां, सहारा में फंसे पैसों की वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है । सहारा की चार सहकारी समितियां सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड में फंसे निवेशकों के पैसे मिलने शुरू हो गए हैं । केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सहारा रिफंड पोर्टल के जरिए पहले चरण में सहारा के 112 निवेशकों के खाते में 10,000 रुपये ट्रांसफर किए हैं।
केंद्र सरकार की तरफ से सहारा रिफंड पोर्टल को लॉन्च किया था । इस पर 18 लाख निवेशक अब तक अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं । लाखों निवेशकों ने अपने रिफंड के लिए क्लेम किया है । अब सरकार की तरफ से सहारा ग्रुप की को-ऑपरेटिव सोसाइटियों के निवेशकों के क्लेम अमाउंट को ट्रांसफर करना शुरू कर दिया गया है । कुछ लोगों का इस पर कहना है कि इतने साल बाद पैसा वापस मिलना किसी लॉटरी से कम नहीं है ।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सहारा रिफंड पोर्टल के जरिये सहारा ग्रुप की को-ऑपरेटिव सोसाइटियों के निवेशकों के क्लेम अमाउंट को ट्रांसफर कर दिया । इस मौके पर उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सहारा ग्रुप के निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है । सहारा रिफंड पोर्टल के जरिये पैसा वापस पाने के लिए निवेशकों को अपने जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे । रिफंड के लिए अपलोड किये जाने वाले दस्तावेजों में निवेशक का नाम, पता, आधार कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट नंबर और पैसे जमा करने की रसीद आदि शामिल है । सहारा ग्रुप की को-ऑपरेटिव सोसाइटी में फंसे करोड़ों निवेशकों के पैसे की वापसी के लिए केंद्र सरकार ने सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ को-ऑपरेटिव सोसाइटी पोर्टल लॉन्च किया है । पहले चरण में 10,000 रुपये तक की राशि वापस की जा रही है । 10,000 रुपये से ज्यादा जमा करने वाले निवेशकों का फिलहाल 10,000 रुपये ही रिफंड किया जा रहा है । सहारा रिफंड पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है ।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पोर्टल को लॉन्च करते समय बताया था कि पोर्टल पर आवेदन करने के 45 दिन के अंदर निवेशकों का पैसा उनके अकाउंट में पहुंच जाएगा । दूसरे अन्य निवेशकों का पैसा वापस भेजने का प्रोसेस शुरू कर दिया गया है । केंद्रीय मंत्री ने 112 लाभार्थियों के अकाउंट में रिफंड ट्रांसफर करने के दौरान कहा कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि सहारा के निवेशकों का पैसा वापस मिल रहा है । अमित शाह ने बताया कि 112 निवेशकों की 10-10 हजार रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है । उन्होंने बताया कि सहारा के रिफंड पोर्टल पर अब तक 18 लाख से ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं ।
गौरतलब है कि, सुप्रीम कोर्ट ने सहारा-सेबी रिफंड खाते से 5,000 करोड़ रुपये सहकारी समितियों के केंद्रीय पंजीयक को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था । जिसके बाद सरकार ने कहा कि चारों सहकारी समितियों के 10 करोड़ निवेशकों का पैसा 9 महीने के भीतर लौटा दिया जाएगा । सहारा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद शुरुआत में डिपॉजिटर्स को 10000 रुपये तक रिफंड जारी किया जाएगा । और जिन निवेशकों के ज्यादा पैसे हैं उनका रिफंड बाद में बढ़ोकर दिया जाएगा । चार सहकारी समितियों- सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड में 2.5 करोड़ निवेशकों के करीब 30,000 रुपये तक जमा हैं । पहले चरण में 5,000 करोड़ रुपये डिपॉजिटर्स को वापस करने के बाद सरकार सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर कर ज्यादा धनराशि जारी करने का अनुरोध करेगी ।